*Radha Soami Ji जब से पकड़ा तूने हाथ मेरा,* *ज़िंदगी खुशहाल बन गयी* *दौलत मिली मुझे तेरे नाम की,* *तेरे प्रेमियों के बीच मेरी भी* *पहचान बन गयी ।।* #rssb