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गम बहुत है खुलासे कौन करे,मुस्कुरा देता हूँ यूं ही

गम बहुत है खुलासे कौन करे,मुस्कुरा देता हूँ यूं ही तमाशे कौन करे।
खुलासे से डर लगता है,मुखौटा पहने अपनों की रुश्वाई का फिर लगता है,मुस्कुरा दूँ तमाशा कौन करे।।  #secondquote
# gam
#rushvai
#love
गम बहुत है खुलासे कौन करे,मुस्कुरा देता हूँ यूं ही तमाशे कौन करे।
खुलासे से डर लगता है,मुखौटा पहने अपनों की रुश्वाई का फिर लगता है,मुस्कुरा दूँ तमाशा कौन करे।।  #secondquote
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#rushvai
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