इबादत पाकीजा मोहब्बत की पहली फ़ुहार है इश्क की आबो हवा में जो हल्का सा ख़ुमार है दर्द-ए-दिल में दबा रखा, धड़कन की पुकार है तेरे आ जानें से जीवन रौशन और गुलज़ार है पाकीजा सा मोहब्बत अपना प्यार बेसुमार है हर लम्हा तेरे संग बीते तो हर दिन त्यौहार है स्वरचित/ प्रेमयाद कुमार नवीन छःग (महासमुन्द) 8982558355 ©Premyad kumar naveen #पाकीजा_मोहब्बत #ख़ुमार #बेसुमार #गुलज़ार #पुकार #त्यौहार #प्रेमयाद_कुमार_नवीन