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अधूरी_बात आज फिर निकला अधूरा चाँद और तुम बहुत या


अधूरी_बात

आज फिर निकला अधूरा चाँद और तुम बहुत याद आये,
अश्क़ आँखों से बहते गये और तुम झिलमिलाते तारों में नज़र आये |

सर्द भीगी हवाओं में बदन को गर्म करती तेरी यादें,
बातों-बातों में बीतती थी जब हमारी रातें,
हर बार तुम अपने दिल की कह लेते थे पहले,
ना जाने कितनी रह गई मेरे दिल में अधूरी बातें...

आज भी घर में कहीं बिखरी,कहीं सजी, किसी दीवार पर टकी और कहीं तरतीब से रखी,
तुम्हारी बातों में लिपटी यादें बन कर खूबसूरत सौगात,
जिन्हे देख अक्सर भर आता मन मेरा और कहता " काश तुम होते मेरे पास,"

अब भी कहना चाहूँ तुम से जब कोई बात,
तो सिसकियों में अटक रह जाती फिर वो अधूरी बात |

स्वरचित 
रजनी सरदाना 
*अवलेखा की उड़ान🕊*

©Rajni Sardana
  #अधूरी_बात
#चाँद#यादतेरी