न जाने आज़ फिर क्यों वो उदास बैठा था। सब कुछ था फिर भी कुछ पास न था। दुःख आया है तो वो एक दिन चला भी जायेगा। बस आज़ की ही तो बात है खुशी कल फिर आयेगा।😮 #छन#भंगुर😮🌈