अब तो आबरू भी नीलाम हो जाती है जनाब भूख के आगे इस बाजार में और तुम उसे वैश्या कहते हो जबकि दोष तुम्हारा भी तो उतना ही है जो इस बाजार का हिस्सा बनते हो फिर तुम्हें क्या कहें? -आकाश #Vaishya #nojoto