Nojoto: Largest Storytelling Platform

अक्षरबद्ध कविता उपवन उ= उन्नति के पथ पर वो बढ़ते ह

अक्षरबद्ध कविता
उपवन
उ= उन्नति के पथ पर वो बढ़ते हैं, जो हर कार्य करने को आतुर रहते हैं,
 और उपवन हरदम उनके ही जिंदगी में खिलती है।
प= पावन जो अपने इस चंचल मन को रखते हैं, नहीं किसी का बुरा करते,
 जमाने में सदा मान-सम्मान उन्हीं को मिलती है।
व= वक्त के साथ जो चलने को अपना मूल कर्तव्य मानते हैं,
 यह वक्त भी सदा उन्हीं के साथ चलती है।
न= नहीं किसी का बुरा सोचते, और नहीं किसी से जो बैर करते,
 प्यारी सी उपवन सदा उनके ही जिंदगी में खिलती है

©Shivaji kì Âwåz ÊK Àlfãzz #उपवन #abhishekshivaji #shrivastavaalfazz #hindi_poetry #writer #Dil__ki__Aawaz #nojohindi
अक्षरबद्ध कविता
उपवन
उ= उन्नति के पथ पर वो बढ़ते हैं, जो हर कार्य करने को आतुर रहते हैं,
 और उपवन हरदम उनके ही जिंदगी में खिलती है।
प= पावन जो अपने इस चंचल मन को रखते हैं, नहीं किसी का बुरा करते,
 जमाने में सदा मान-सम्मान उन्हीं को मिलती है।
व= वक्त के साथ जो चलने को अपना मूल कर्तव्य मानते हैं,
 यह वक्त भी सदा उन्हीं के साथ चलती है।
न= नहीं किसी का बुरा सोचते, और नहीं किसी से जो बैर करते,
 प्यारी सी उपवन सदा उनके ही जिंदगी में खिलती है

©Shivaji kì Âwåz ÊK Àlfãzz #उपवन #abhishekshivaji #shrivastavaalfazz #hindi_poetry #writer #Dil__ki__Aawaz #nojohindi