अक्षरबद्ध कविता उपवन उ= उन्नति के पथ पर वो बढ़ते हैं, जो हर कार्य करने को आतुर रहते हैं, और उपवन हरदम उनके ही जिंदगी में खिलती है। प= पावन जो अपने इस चंचल मन को रखते हैं, नहीं किसी का बुरा करते, जमाने में सदा मान-सम्मान उन्हीं को मिलती है। व= वक्त के साथ जो चलने को अपना मूल कर्तव्य मानते हैं, यह वक्त भी सदा उन्हीं के साथ चलती है। न= नहीं किसी का बुरा सोचते, और नहीं किसी से जो बैर करते, प्यारी सी उपवन सदा उनके ही जिंदगी में खिलती है ©Shivaji kì Âwåz ÊK Àlfãzz #उपवन #abhishekshivaji #shrivastavaalfazz #hindi_poetry #writer #Dil__ki__Aawaz #nojohindi