रात तारीक रास्ते ख़ामोश इक़बाल माहिर पूरी ग़ज़ल अनुशीर्षक में पढ़ें #NojotoQuote Hindi Ghazal हिंदी ग़ज़ल रात तारीक रास्ते ख़ामोश मंज़िलों तक हैं क़ुमक़ुमे ख़ामोश आरज़ूओं के ढे गए अहराम हसरतों के हैं मक़बरे ख़ामोश