#मिट्टी के #आशियाने थे। #लालटेन बीच लगते #पाठशाले थे। दादा दादी की #कथा_कहानी थे। #रेडियो और #साईकिल के दिवाने थे। #मेलो में #खुशियों के ठिकाने थे। #नफ़रत से अंजाने थे। वे #बचपन गजब सुहाने थे! 🕊️🕊️ #नदान_परिंदा 🕊️🕊️ #बचपन #लालटेन #मिट्टी_के_घर #मेले 🕊️🕊️ #नदान_परिंदा 🕊️🕊️ #yqdidi #yqquotes #नमस्ते_इंडिया