उदास आंखों की एक खासियत होती हैं, वो दूसरो की उदास आंखों को आसानी से भांप लेती हैं। जैसे आज एक मां (अनजान लड़के की मां) की आंखो ने मेरे आंखो को, और मैंने उनकी आंखों को भांपा। मैं ऐशबाग रेलवे स्टेशन (लखनऊ) पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहा था। शाम हो गई थीं, पास में एक फैमिली आ के बैठी, वो आपस में बात कर रहे थे हेल्थ रिलेटेड । आवाज स्पष्ट तो नही आ रही थी पर जितना सुना वो सीरियस डिजीज ही लगी। साथ ही उस लड़के की मां मुझे एक दो बार देखी क्यूंकि मैं सामने हि बैठा था तो नज़रे आमने सामने हो ही जा रही थी उनकी आंखे उदास थी। मैं कुछ पूछता इससे पहले ही वो बोली क्या हुआ बेटा उदास ल