रिद्धि सिद्धि के दाता शंकर, सकल सृष्टि के हितकारी। अविनाशी, कैलाश के वासी, भव भंजन, शुभ सुखकारी। त्रिशूलधारी, शीश गंग विराजे, तुम ही रवि, शशि तमहारी। आदियोगी शिवाय, भक्ति, मुक्ति दाता, कृपा करो त्रिपुरारी। ★★ सभी रचनाकारों से अनुरोध है कि लिखने से पूर्व कैप्शन भली भांति पढ़ें★★★ ★ आज का विषय - '' आदियोगी शिवाय'' ★ चार पंक्तियों में सुंदर रचना लिखिये एवं तस्वीर के सम्मुख खाली जगह पर ही लिखने का प्रयास करें। ★ तस्वीर के ऊपर अगर शब्द आते हैं तो आपकी रचना को प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया जायेगा। .