खूबसूरती से नहीं,और ना ही है किसी के क़दमों में, ना ही किसी की अर्धांगिनी बनने तक है । मेरी पहचान कभी कल्पना बन कहीं दूर अंतरिक्ष में, तो कभी एवरेस्ट से भी ऊंची बिछेंद्री पाल बनने में , कभी दुर्गा,कभी काली ,तो कभी तुम पुरुषों को जन्म देने वाली मां के रूप में। जो समंदर से भी गहरी, पर्वतों से भी ऊंची,आसमान से भी विस्तृत है , वो औरत है मेरी पहचान।। #मेरीपहचान #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Only one day is not enough for women .Give her respect everyday .