*मुट्ठी भर बीज बिखेर दो दिलो की जमीन पर...!!!* *बारिश हो रही हैं , शायद अपनापन पनप आ जाए.. #खुदा_हाफ़िज़ #Good_night ©DILBAG J KHAN #“अपनापन”