आज का सूरज कल से मद्धम तो नहीं ? आज की रात बिना चाँद की तो नहीं ? पंछी आज भी चहचहा रही है शायद मिज़ाज़ उनका पहले से और अच्छा है सड़को पर सिर्फ जानवर दिख रहे पर लोग खुश हैं खुश तो मैं भी हूँ की धरती खुद के घाव भर रही पर इसका मुल्ये कुछ ज्यादा नहीं है ? लोगो को भूखे सोना पड़ रहा नंगे पाओ लम्बा रास्ता तय करना पड़ रहा आखिर उनके पास आशियाना नहीं है उम्मीद यही है की जीवन के होते हुए भी नहीं होने वाले जीवन के चरण का अंत हो #yqbaba #yqdidi #yqhindi #lockdown #quarantine #poverty #migrants