खुशियों को उधारी महंगी पड़ गई अभी हम कर्जदार हैं, मशहूर थे कभी पर अभी हम थोड़े से बेकार हैं, गया ज़माना जुड़ने का अभी तो हम तार-तार हैं, कुछ तो रहम कीजिए हमपे, अभी हम बेरोजगार हैं..... ©Uday Kanwar #बेरोजगार ✍️✍️