देखकर पैबंद दिल पर इश्क़ ये कहने लगा कितना रफू करोगे तुम अब लहू बहने लगा। छोड़ दे दिल से सियासत इश्क़ बस में है नहीं दर्द दिल का अब तेरे आंखों में भी दिखने लगा। #माधवेन्द्र_फैजाबादी