तेरे बारे में जब सोचा नहीं था मैं तनहा था मगर इतना नहीं था तेरी तस्वीर से करता था बातें मेरे कमरे में आईना नहीं था समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा मैं जब सेहरा में था प्यासा नहीं था मनाने रूठने के खेल में हम बिछड़ जायेंगे ये सोचा नहीं था सुना हैं बंद कर ली उसने आँखें कई रातों से वो सोया नहीं था #sung by jagjeet singh very soul full gazal मुसाफिर.... मेरी बाते तुम तक😍 $@K$hî ©h@ûdh®¥