तू मुझ में इस कदर समाया है,, मैं देखूं आईना और तू नजर आया है,, मैं सोचूँ ना तुझको पर फिर भी ख्याल तेरा ही आया है,, और भूल जाऊं तुझको कैसे, कभी कोई जिस्म अपने साए से जुदा हो पाया है,, - रूपशिखा #holi ka pyaar