मेरे किरदार की बनावट देखने आते रहे वो लोग , कभी कभी मुझे उकसा कर , मेरी शराफत देखने आते रहे वो लोग .... ज़िनके लिए अपना सब कुछ लुटाया, भरी महफ़िल में नासमझ बताने लगे फिर वो लोग ......... Nasmjh