डिअर टीचर, उनके लिए भी क्या लिखूं जनाब, जिन्होंने खुद ने लिखना सिखाया हो। कामयाबी और प्रशंसा मेरी होती थी जनाब, दुआए तो माता, पिता और गुरुओं की थी। बस में तो एक आइना था इस दुनिया में, हर कामयाबी की सलाह उन्हीं की थी। Happy teachers day ✍️ कमलेंद्र सिंह चौहान happy teachers day#happy