हिंदी दिवस प्यार की ना कोई कीमत, ना धर्म है और ना भाषा है किस दिल में प्यार रहेगा खुदा ने हर दिल को बखूबी तराशा है तभी तो नजरें मिलते ही दिल धड़कतें है और जब प्यार में धोखा मिले तो दिल ही रोता है जुबाँ ना होने पर भी दिल सब बोलता है आंखों की शरारतों के सब राज खोलता है पर दिल की बातें और भाषा दिल ही समझ पाता है तभी तो कुछ लोग खुदा बन जाते है प्यार में और इंसान इंसान ही फाह जाता है । ........Sanjay Kaushik #Hindidiwas: The Language of Love