करबट बदलते हम रहे रात भर उनकी नींदे क्यों उड रही है ।। दिल तोड़े हमारा चखनाचुर कर कर तो फिर मुह छुपाके वो क्यों रो रही है ।। तोहफा दिए टूटे दिल का मेरे हाथ में बून्द बून्द आंसू मेरे ठुकराये जैसे बात बात में ।। फ़र्क़ ना था उसे मेरे होने या न होने का क्या खेल वो खेलते रहे रोज़ रोज की मुलाकातों में ।। हाथ पकड़के उसके हमने एक जहाँ बनाया था क्या खबर था हमें की हर गली में रहने बाली को खुदा बनाया था ।। @Lotusly #poetryonpen #lotusly #nojoto #mypainmypen