कौन कहता है यहाँ फोग चला है, शरीर साथ खड़े दिखेंगे चारो तरफ मगर, अंदरूनी खिलाफत का नया दौर चला है।। #life #people #chetanyajagarwad #hindi #todayschallenge #poetry #yqquotes