आध्यात्मिक रचना.......... "ये भक्ति भावना है या क्या, आँखों से आंसू हैं गिरते, फिर प्रभु ने सर पर हाथ धरा, सैलाब ह्रदय से है बहते ! सब इन्द्रिय जैसे शिथिल हुयीँ, फिर कांप रहा था बदन मेरा, प्रभु मंद मंद मुस्काते थे , यूँ महक रहा था चमन मेरा !" ____"मोनिका"