अदना सा जानकार हूं, वाक्यों के समुद्र से निकले मंथन का शत शत अभिवादन है। लेखनी के जादूगर के शब्दार्थों के अमृत रस का पान करके कुछ सीख कर व्यक्त करने की कोशिश करता हूं , कृपादृष्टि से संकलित हो वाक्यों का स्खलन करता हूं। कलम का छोटा कारीगर में.. शब्दो को शब्दों से जोड़ता हूं..!! शब्दो के शब्दार्थों से मन की.. उर्मियों से रचना गढ़ता हूं..!! शब्दो के गुढार्थो से जीवन के.. अकाट्य सत्य को भरता हूं..!! #आर्यवर्त #भंवरा #YourQuoteAndMine