1..जबसे लडी मुझसे आंखे तेरी थम गईं है सीने में सांसे मेरी धड़कन क्यूं रुक रुक के चलने लगी जबसे आया तेरा हाथ मेरे हाथ में ~~आंख उठी आंख उठी मोहब्बत ने अंगड़ाई ली दिल का सौदा हुआ चांदनी रात में 2 उनकी नज़रों ने कुछ ऐसा जादू किया लुट गए हम तो पहली मुलाकात में 2..जबसे आए हो तुम तबसे पागल हूं मैं चोट ना मुझको लगी फिर भी घायल हूं मैं ये जवानी के दिन है मेरी जाने जां इस तरह मिलना अच्छा नहीं रात में ~~आंख उठी आंख उठी मोहब्बत ने अंगड़ाई ली दिल का सौदा हुआ चांदनी रात में उनकी नजरों ने कुछ ऐसा जादू किया लुट गए हम तो पहली मुलाकात में #__मोहित__पाराशर NFAK आंख उठी मोहब्बत ने अंगड़ाई ली मेरे हिसाब में