स्मृतियों के अवशेषों पर मेरा 'त्वम्' और तुम्हारा 'अहम्' लिपटे हैं, माथे के तिलक पर मेरे तेरे अक्षत चिपके हैं।❣ #देवीजी💕 सुकुमार.....✒ अक्षत