#5LinePoetry मैं मानता हूँ कि, मैं गैर हूँ मगर मुझे तुम्हारी चिंता है, पहले भी थी और आज भी है मगर आज थोड़ी ज्यादा है, मैं चाहता हूँ कि सब स्वच्छंद रहे मगर रास्ता नहीं भटकेगा कोई यह भी मेरा ही वादा है, टकराना हो जब कभी किसी से परहित के लिए टकराना तुम, खुद की चाहत बाद में रखना यही बस, इक मेरा इरादा है || ©Arvind Yadav निस्वार्थ बनो #5LinePoetry #Nojoto #Life #Bijendra Shukla # # # #Neeraj