महकते सुपणे री बे बात करें, ज्यां तारा उँगळां माही नाचे रे। अर्थ , रूप , रंग कि खुबसूरती कि बात वो करते है जीन होने चाँद कौ सिर्फ चमकते देखा है , मन और हृदय कि खूबसूरती कि बात वो करते है जिन्होने चाँद कौ करीब से देखा है । म्हारी मरुधर री कळम . .