उनकी मुस्कुराहट मुझे बड़ा भाए, उनकी खिलखिली मुझे बड़ा गुदगुदा ए, उनकी हंसी देखकर मैं मस्त मगन हो जाऊं, उनकी हर एक सपना मेरे लिए मकसद बन जाए, दर्द छुपा कर हंसना आप ही ने सिखलाया हर दर्द की मलहम आप ही से पाया हमारी उम्र ही क्या थी जो हम मोहब्बत से खेल बैठे थे याद है आप ही ने तो कान पकड़ कर सही और गलत का रास्ता दिखलाया, यादें तो बहुत हैं पर लिख कम रहा हूं मैं क्योंकि आपकी काबिले तारीफ और गुणवर्णन के मेरे अल्फाज नहीं अभी तक तो बस उंगली पकड़कर चलना सिखाया था, उड़ने का एहसास तो अब जाकर दिलाया आपने| unkee muskuraahat mujhe bada bhae, unkee khilkhilee mujhe bada gudgudae... Dedicated to my parents #drjyotishwrites #poemforparents #spreadhappiness #parentslove #momdadblessings #drjyotish