अंधेरा चाहे बाहर हो या मन का.. दोनों ही परिस्थितियां इंसान के देखने और समझने की शक्ति छीन लेती है। अंतर्मन का प्रकाश ही व्यक्ति को निराशा से मुक्ति दिला सकता है। ©Kalpana Srivastava #प्रकाश