मैं काफ़िर हूँ, काफ़िर सही मुझे गम नहीं मेरे काफ़िर कहलाने का जब तक मेरा खुदा मुझे काफ़िर एलान नहीं करता। दर्द मिले और आह भी न करूँ जब तक मेरा खुदा मेरे दर्दों की दवा नहीं बनता। मत रख परहेज़ ऐ मेरे दिल, इश्क़ में टूटना और बिखरना कोई बड़ी बात नहीं जब तक मेरा खुदा मोहब्बत से मुझे आबाद नहीं करता। मैं काफ़िर हूँ, काफ़िर सही मुझे गम नहीं मेरे काफ़िर कहलाने का जब तक मेरा खुदा मुझे काफ़िर एलान नहीं करता। दर्द मिले और आह भी न करूँ जब तक मेरा खुदा मेरे दर्दों की दवा नहीं बनता। मत रख परहेज़ ऐ मेरे दिल, इश्क़ में टूटना और बिखरना कोई बड़ी बात नहीं जब तक मेरा खुदा मोहब्बत से मुझे आबाद नहीं करता।