खुद को जो हारा तो कुछ हार जाऊँगा, तुझको जो हारा तो सब कुछ हार जाऊँगा अब तू ही बता हे प्रिये... मैं अपनी दुनिया में कैसे लौट पाऊँगा तुझे खोने पर कैसे तुझे ढूँढ पाऊँगा, है बातें जो तू ना सुन रही, तो कैसे बता ये दिल बहल पाएगा... जुड़ी हो डोर जब सच्चे दिल की दिल से तो तू ही बता मै तुझको कैसे भूल पाऊँगा कैसे भूल पाऊँगा... अब दिवारे है बन गई इस दिल मे भी कहीं की कोई आवाज़ अब ना दे सुनाई, बनी अब फरियाद हर शब्द इश्क इस कि जैसे प्राणों को तड़पे कोई बंद दरवाजे, टूटे हृदय की गति ना टूटें... DQ : 053 #ek #kona #yqdidi #yqbaba #yqshayari #dard #ikraar #s.....