कितना अजीब है,कि तुम चले तो गए हो पर महक अब भी मुझमें से तुम्हारी आ रही है.. इत्तेफ़ाक तो ये है,वो पहचानते नहीं अब हमें.. और उनके इंतज़ार में यहां जान हमारी जा रही है। #1Number