उगता हुवा सुर्य भी उन्हे नमस्तक करता है वो हर रोज मोत को मात देते है कौई आंख उठाकर देखे मेरे वतन को तो वो फौजी है दुशमन की छाती पर तिरंगा रोप देते है फौजी सुरेशमेहरा #fojji ऊषा माथुर Bhawana Mehra