|| मिलकर बिछड़ना कहां कोई सोचता है || || बिछड़ने के आते पल तो हर कोई रोता है || ©Rajni kant dixit #hindi_poem #everydaypost #GoodNightAll # || मिलकर बिछड़ना कहां कोई सोचता है | #scared