ये जिंदगी आहिस्ता कटती जा रही है उम्र भी आहिस्ता घटती जा रही है। हम खोए बैठे हैं उसी मोड़ पर... घड़ियां इंतजार की बढ़ती जा रही हैं। ©शून्य(ब्राह्मण) #samandar #Shayari