White मैं लिख पाऊं कुछ तो, मैं खुद को लिखूंगी.. खुद के हिस्से का, दर्द, ग़म सब लिखूंगी.. वो मायूसी भरे दिन, वो रोती हुई रातें लिखूंगी.. कुछ ख़्वाब अधूरे, कुछ शिकायते लिखूंगी.. कुछ शोर अपना, कुछ सन्नाटे लिखूंगी.. सबसे दूर, खुद के करीब लिखूंगी.. मैं खुद को, बदनसीब लिखुंगी.. लिखुंगी मैं खुद को खुली किताब में, फिर उस किताब को बेनाम लिखूंगी...🙂 ©BROKENBOY #good_night shayari on love मैं लिख पाऊं कुछ तो, मैं खुद को लिखूंगी.. खुद के हिस्से का, दर्द, ग़म सब लिखूंगी.. वो मायूसी भरे दिन,