कण-कण जिसकी वीरता की गाथा रचे संस्कृति -संस्कार जिसके सामने सारी दुनिया झुके मैं वही वीर प्रताप का प्रतापी राजस्थान हूँ ..!! 🙏🙏 (read in caption) -💞कवि-एक काव्यप्रेमी💞✍️ हूँ मैं मरू-भूमि , हाँ मैं ही मरूस्थल ,कटीली,विषैली झाणियों से भरा खदान -प्रांत हूँ जिसकी नही समतल भू-भाग कही हाँ वही मैं उबाड़-खाबड़ राजस्थान हूँ, भले ना लहराती हो खेतो में हरी -पीली फसले यहाँ फिर भी धरती यह बंजर -बांझ नही है मरू देश की माटी उपज वीरोओ की उपजाती है संस्कृति-संस्कार को सहेज कर सर्वोच्च महान बन जाती है