सा.......थी वैसे तो दो अक्षरों का मेल हैं.... पर अर्थ इसका बड़ा ही अनमोल हैं। कई दफ़ा इम्तिहान में ,इस मन के किसी कोने में .... इक छोटी सी उम्मीद गुनगुनाती हैं, की..... ये साथ ही हैं जो मेरा मनोबल दुगना कर सकता हैं। साथी जब साथ हो तो हर मुश्किल में जीत जाए... जब साथी सारथी बन जाए तो, वह डूबती नैया को पार लगा देता हैं। कहने को तो सब साथ होते हैं.... लेकिन साथी के साथ होने का मज़ा ही कुछ और होता हैं। जब साथी साथ हो तो हिम्मत दुगुनी हो जाती हैं.... और उसके साथ के बिना हर जीत अधूरी लगती हैं। ©अर्पिता #साथी