तुम शौर्य के प्रतीक रहे वतन के तुम रखवाले थे जो छल्ली सीना दुश्मन का कर दे तुम ऐसे हिम्मत वाले थे खेले थे जिस मिट्टी में तुम आज पार्थिव तन उसमें समाया है व्यर्थ नहीं लहू से सिंचना धरा को तुने शूरवीरता का उमंग जगाया है दिलवालों के दिलबर हो तुम माँ के आँचल में रहने वाले थे लिपटे हो जिसमें होकर फना उस तिरंगे के तुम रखवाले थे ~ रसिया #NojotoQuote तुम शौर्य के प्रतीक # देश भक्ति कविता #Nojoto #PatrioticPoem #Loveshayari #sadshayari #romantishayari #ByMrRasiya #Nojoto ~ तुम शौर्य के प्रतीक ~ तुम शौर्य के प्रतीक रहे वतन के तुम रखवाले थे जो छल्ली सीना दुश्मन का कर दे तुम ऐसे हिम्मत वाले थे