तुम्हारे इंतिज़ार में हम अकेले नहीं तड़प रहे हैं, ये शाम ये लम्हा और...... मेरी कविताएं राह तके अब भी ठहरे हुए हैं।। #इंतिज़ार #लम्हे #शाम #yqdidi #pinta_quote