मुझे बीच मझधार में अकेला छोड़ के अपने आप को इस दुनिया की भीड़ में शामिल करके खुश तो तुम भी नहीं प्यार भरे वादे करके उन वादों से मुकर कर खुश तो तुम भी नहीं राह में अचानक टकराकर नज़रे चुराकर चले जाने से खुश तो तुम भी नहीं अजनबी सा बर्ताव करके मुस्कान लिए चेहरे पर खुश तो मैं भी नहीं। सम्बन्धों में फ़ैसला तो एक तरफ़ा हो सकता है लेकिन फ़ैसले का प्रभाव एक तरफ़ा नहीं होता। #तुमभीनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi