कविताएं अगर स्त्री होती सोचो मेरे पास कितनी होती एक रूठती तो दूजी बरसाती प्यार जिन्दगी बड़ी ही हसीं होती हर दिन उगता चाँद नया हर रात नई चाँदनी होती हिज्र की फिर ना बातें होती ना गमों की झड़ी होती कि अंधेरों की दीवारों में हर तरफ इक खिड़की होती उतना अमिट प्रेम भी होता गाढ़ी जितनी स्याही होती जितना मैं जिसको लिखता जाता उतना ही वो मेरी होती फिक्र ना कर मेरी हमनफस रूह उन सबमें तेरी होती..😂🤣😂 ©KaushalAlmora SOD: रूबरू (रंग दे बसंती) Song of the Life : सफर ( जब हैरी मेट सेजल) #lastquote #आखरीडोजbykaushalalmora #yqdidi #कविताएं #स्त्री