जो सीने पर गोली खाने को आगे बढ़ जाते थे भारत माता की जय कह कर फ़ासीं पर जाते थे जिन बेटो ने धरती माता पर कुर्बानी दे डाली आजादी के हवन कुँड के लिये जवानी दे डाली वे देवो की लोकसभा के अँग बने बैठे होगे वे सतरँगी इन्द्रधनुष के रँग बने बैठे होगे दूर गगन के तारे उनके नाम दिखाई देते है उनके स्मारक चारो धाम दिखाई देते है जिनके कारण ये भारत आजाद दिखाई देता है अमर तिरँगा उन बेटो की याद दिखाई देता है ! उनका नाम जुबा पर लो तो पलको को झपका लेना उनको जब भी याद करो तो दो आँसू टपका लेना #चंद्रशेखर_आजाद #MoonHiding