मैं तेरे हाथों में अपने नाम की महेंदी चाहता हूँ मैं आऊँ बारात लेकर तेरे घर वो रात चाहता हूँ तू जिसे भर सके पूरी जिंदगी भर वो तेरे माँग की मैं सिन्दूर बनना चाहता हूँ SHAYAR VISHAL PIYAJI #हाथ #महेंदी #चाहता #बारात #रात #ज़िंदगी #माँग #सिन्दूर