Alone शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर, या वो जगह बता जहाँ ख़ुदा नहीं। मिर्जा गालिब🌹🌹 मस्जिद ख़ुदा का घर है, पीने की जगह नहीं , काफिर के दिल में जा, वहाँ ख़ुदा नहीं। मोहम्मद इकबाल🌹🌹 काफिर के दिल से आया हूँ मैं ये देख कर, खुदा मौजूद है वहाँ, पर उसे पता नहीं। अहमद फराज🌹🌹 खुदा तो मौजूद दुनिया में हर जगह है, तू जन्नत में जा वहाँ पीना मना नहीं। वसी साहब🌹🌹 पीता हूँ ग़म-ए-दुनिया भुलाने के लिए, जन्नत में कौन सा ग़म है इसलिए वहाँ पीने में मजा नही। साकी साहब🌹🌹 #फरहाद फनकार