थक गए हैं हम अब मगर जिंदगी अभी बाकी है बारिश रुक गई है फ़िलहाल सावन मगर अभी बाकी है हमारा दिल यूं तो टूट चुका है मुकम्मल इश्क़ होना अभी बाकी है मंजिल तक तो पहुंच गए हम लौट कर जाना बाकी है पैमाना कर दिया है खाली बोतल में शराब थोड़ी बाकी है दौड़ने लगे हैं हम तो क्या परवाज़ भरना अभी बाकी है #thoughtwriter