डर लगता हैं अँधेरी रात से इतंजार होता है सँवरे का.. सँवरे होते ही, अपने आप को समझा कर.. तेरी यादों को मिटा कर.. ख़ुशी के दो पल जीता हूँ.. पर फिर से सूरज गुम होता हैं चाँद नजर आता हैं, पर ये चाँद भी ना अक्सर तेरी याद दिलाता हैं, सच में डर लगता हैं इस अकेली रात से, डर लगता हैं अँधेरी रात से.. #NojotoQuote "डर लगता हैं अँधेरी रात से" डर लगता हैं अँधेरी रात से इतंजार होता है सँवरे का.. सँवरे होते ही, अपने आप को समझा कर.. तेरी यादों को मिटा कर..