वह कहती थी की हम; जुदा हो जाएंगे, मै जार-सा मुस्कुरा देता। वह कहती की तू क्यों कुछ कहता नहीं।। मै ग़मज़दा से कहता:- एक साग़र होगा, दो किनारे होंगे। एक किनारा मेरा होगा ,एक किनारा तेरा होगा।। #Time_End 😔 Apni kahani batoo comment section may.... Ready for #Saturday for Heart touching#Poetry #Shubhamism_Diary